फ़िल्म अभिनेता इमरान हाशमी का कहना है कि उन्हें पाली हिल में मुसलमान होने की वजह से फ्लैट देने से इनकार कर दिया गया.
इमरान हाशमी ने राज्य के अल्पसंख्यक कमीशन को अपनी एक शिकायत में कहा है कि मुंबई के मशहूर इलाके पाली हिल में निभाना सोसाइटी ने उन्हें घर ख़रीदने से रोक दिया है.
उनके अनुसार ऐसा फ़ैसला उनके मुसलमान होने की वजह से किया गया.
इमरान हाशमी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनका पाली हिल में एक फ्लैट ख़रीदने का सौदा हो गया था लेकिन सोसाइटी ने उन्हें अनापत्ति प्रमाणपत्र देने से इनकार कर दिया.
उनका कहना था कि सौदा होने के बाद उनके पिता ने कई चक्कर लगाए और कई दिन टरकाने के बाद उन्हें इनकार कर दिया.
उन्होंने कहा कि उनसे सीधे तौर पर तो नहीं कहा गया कि लेकिन ये स्पष्ट है कि उन्हें मुसलमान होने की वजह से अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं दिया गया.
मेरा पाली हिल में एक फ्लैट ख़रीदने का सौदा हो गया था लेकिन सोसाइटी ने मुसलमान होने के कारण अनापत्ति प्रमाणपत्र देने से इनकार कर दिया.
इमरान हाशमी
इमरान का कहना था कि अब दलील दी जा रही है कि फ़िल्मों में उनके किरदार के कारण ऐसा किया और उनके फ्लैट ख़रीदने से बच्चों पर बुरा असर पड़ता.
उनका कहना था कि इस सोसाइटी में प्रेम चोपड़ा भी रहते हैं और उन्होंने अधिकतर फ़िल्मों में नकारात्मक भूमिकाएँ की हैं.
महेश भट्ट का कहना था कि इमरान हाशमी ने असलियत को सामने रखा है और एक अहम मुद्दा उठाया है.
उनका कहना था कि आए दिन ये होता है लेकिन हम चुप रह जाते हैं, इसलिए हमने ये मुद्दा उठाने का फ़ैसला किया.
मुसलमान होने की मुश्किल
दूसरी ओर सोसाइटी का कहना है कि अभी उनकी ख़रीदारी पर अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी करने पर कोई फ़ैसला नहीं लिया गया है.
पाली हिल में एक हाउसिंग सोसाइटी ने बीबीसी को बताया की इस इलाक़े में सभी धर्म के लोग हैं.
इस सोसाइटी के सचिव मनीष वाडिया कहते हैं,"हमारी बिल्डिंग में कैथोलिक, मुसलमान और हिंदू मिलकर रहते हैं.''
इमरान हाशमी ने असलियत को सामने रखा है और एक अहम मुद्दा उठाया है.
महेश भट्ट
पाली हिल में इमरान को घर ख़रीदने से इनकार कर देने की ख़बर पर टिप्पणी करते हुए गणेश नामी नामक एक एस्टेट एजेंट ने कहा कि उन्हें कई बार सोसाइटी के लोगों ने ख़ास सलाह दी कि किसी को लाए लेकिन मुसलमानों की नहीं.
मुंबई में जुहू,खार और सांताक्रुज़ जैसे कुछ उपनगरीय इलाक़े हैं जहाँ मुसलमानों को किराये पर घर लेना या ख़रीदना मुश्किल है.
पिछले साल बॉलीवुड के जुल्फ़ी सईद ने भी उनके धर्म की वजह से किराए पर घर न मिलने की शिकायत की थी.
इसके अलावा विगत में शबाना आज़मी और उनके पति जावेद अख्तर ने भी जुहू में भेदभाव की शिकायत की थी
एक पढ़ी लिखी महिला ने अपनी मुस्लिम पहचान को गुप्त रख कर अँधेरी की एक सोसाइटी में एक घर किराये पर लिया था.
उन्होंने बीबीसी को बताया की धीरे धीरे उनके पड़ोस के लोगों को मालूम हो गया कि वो मुसलमान हैं लेकिन तब तक वो अपनी सोसाइटी में काफ़ी लोकप्रिय हो चुकी थीं इसलिए किसी ने कोई आपत्ति नहीं की.
उन्होंने कहा कि उन्हें नाम इसलिए बदलना पड़ा क्योंकि कई सोसाइटी ने उन्हें मुसलमान होने के कारण घर देने से इनकार कर दिया था.
दरअसल कुछ प्रॉपर्टी एजेंटों का कहना है कि कुछ सोसाइटी मांसाहारी लोगों को जगह देने से इनकार करती हैं और मुसलमान अधिकतर मांसाहारी समझे जाते हैं इसलिए उन्हें घर मिलने में दिक्कत होती है
लेकिन तस्वीर का दूसरा रुख़ यह भी है कि मुस्लिम बहुल इलाक़ो में हिंदू और अन्य धर्मों के लोगों को घर मिलने में दिक्कत होती है.
यह बात और है कि हिंदू मुस्लिम बहुल इलाक़ों में घर ख़रीदने या किराए पर लेने से ख़ुद ही बचते हैं.
फ़िल्म अभिनेता इमरान हाशमी का कहना है कि उन्हें पाली हिल में मुसलमान होने की वजह से फ्लैट देने से इनकार कर दिया गया.
इमरान हाशमी ने राज्य के अल्पसंख्यक कमीशन को अपनी एक शिकायत में कहा है कि मुंबई के मशहूर इलाके पाली हिल में निभाना सोसाइटी ने उन्हें घर ख़रीदने से रोक दिया है.
उनके अनुसार ऐसा फ़ैसला उनके मुसलमान होने की वजह से किया गया.
इमरान हाशमी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनका पाली हिल में एक फ्लैट ख़रीदने का सौदा हो गया था लेकिन सोसाइटी ने उन्हें अनापत्ति प्रमाणपत्र देने से इनकार कर दिया.
उनका कहना था कि सौदा होने के बाद उनके पिता ने कई चक्कर लगाए और कई दिन टरकाने के बाद उन्हें इनकार कर दिया.
उन्होंने कहा कि उनसे सीधे तौर पर तो नहीं कहा गया कि लेकिन ये स्पष्ट है कि उन्हें मुसलमान होने की वजह से अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं दिया गया.
मेरा पाली हिल में एक फ्लैट ख़रीदने का सौदा हो गया था लेकिन सोसाइटी ने मुसलमान होने के कारण अनापत्ति प्रमाणपत्र देने से इनकार कर दिया.
इमरान हाशमी
इमरान का कहना था कि अब दलील दी जा रही है कि फ़िल्मों में उनके किरदार के कारण ऐसा किया और उनके फ्लैट ख़रीदने से बच्चों पर बुरा असर पड़ता.
उनका कहना था कि इस सोसाइटी में प्रेम चोपड़ा भी रहते हैं और उन्होंने अधिकतर फ़िल्मों में नकारात्मक भूमिकाएँ की हैं.
महेश भट्ट का कहना था कि इमरान हाशमी ने असलियत को सामने रखा है और एक अहम मुद्दा उठाया है.
उनका कहना था कि आए दिन ये होता है लेकिन हम चुप रह जाते हैं, इसलिए हमने ये मुद्दा उठाने का फ़ैसला किया.
मुसलमान होने की मुश्किल
दूसरी ओर सोसाइटी का कहना है कि अभी उनकी ख़रीदारी पर अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी करने पर कोई फ़ैसला नहीं लिया गया है.
पाली हिल में एक हाउसिंग सोसाइटी ने बीबीसी को बताया की इस इलाक़े में सभी धर्म के लोग हैं.
इस सोसाइटी के सचिव मनीष वाडिया कहते हैं,"हमारी बिल्डिंग में कैथोलिक, मुसलमान और हिंदू मिलकर रहते हैं.''
इमरान हाशमी ने असलियत को सामने रखा है और एक अहम मुद्दा उठाया है.
महेश भट्ट
पाली हिल में इमरान को घर ख़रीदने से इनकार कर देने की ख़बर पर टिप्पणी करते हुए गणेश नामी नामक एक एस्टेट एजेंट ने कहा कि उन्हें कई बार सोसाइटी के लोगों ने ख़ास सलाह दी कि किसी को लाए लेकिन मुसलमानों की नहीं.
मुंबई में जुहू,खार और सांताक्रुज़ जैसे कुछ उपनगरीय इलाक़े हैं जहाँ मुसलमानों को किराये पर घर लेना या ख़रीदना मुश्किल है.
पिछले साल बॉलीवुड के जुल्फ़ी सईद ने भी उनके धर्म की वजह से किराए पर घर न मिलने की शिकायत की थी.
इसके अलावा विगत में शबाना आज़मी और उनके पति जावेद अख्तर ने भी जुहू में भेदभाव की शिकायत की थी
एक पढ़ी लिखी महिला ने अपनी मुस्लिम पहचान को गुप्त रख कर अँधेरी की एक सोसाइटी में एक घर किराये पर लिया था.
उन्होंने बीबीसी को बताया की धीरे धीरे उनके पड़ोस के लोगों को मालूम हो गया कि वो मुसलमान हैं लेकिन तब तक वो अपनी सोसाइटी में काफ़ी लोकप्रिय हो चुकी थीं इसलिए किसी ने कोई आपत्ति नहीं की.
उन्होंने कहा कि उन्हें नाम इसलिए बदलना पड़ा क्योंकि कई सोसाइटी ने उन्हें मुसलमान होने के कारण घर देने से इनकार कर दिया था.
दरअसल कुछ प्रॉपर्टी एजेंटों का कहना है कि कुछ सोसाइटी मांसाहारी लोगों को जगह देने से इनकार करती हैं और मुसलमान अधिकतर मांसाहारी समझे जाते हैं इसलिए उन्हें घर मिलने में दिक्कत होती है
लेकिन तस्वीर का दूसरा रुख़ यह भी है कि मुस्लिम बहुल इलाक़ो में हिंदू और अन्य धर्मों के लोगों को घर मिलने में दिक्कत होती है.
यह बात और है कि हिंदू मुस्लिम बहुल इलाक़ों में घर ख़रीदने या किराए पर लेने से ख़ुद ही बचते हैं.